पर्यावरण चादर जितना पाव उतना ही फैलाओ। जनसंख्या वृद्धि में कमी लाओ। रोटी कपड़ा मकान , हर समस्या का जड़ है भारी। समझ जाओ हर कोई बालक नर नारी। प्रकृति माता कितना करे दान थोड़ा उनको भी समझो। आपूर्ति की क्षमता तो है प्रकृति को, सब कुछ तबाह कर देगी, उससे पहले समझ ही जाओ। ©Anju Sahu प्रकृति पर्यावरण है तब हमारा जीवन है एक चक्र बना है जीवन का मूल पर्यावरण है। #anjusahu #karmabelieverman #EnvironmentDay2021