Nojoto: Largest Storytelling Platform

चढ़ते सूरज के पुजारी तो लाखों हैं 'फ़राज़', डूबते

चढ़ते सूरज के पुजारी तो लाखों हैं 'फ़राज़',
डूबते वक्त हमने सूरज को भी तन्हा देखा।

- अहमद फ़राज़ #मंज़िले#हौसला
चढ़ते सूरज के पुजारी तो लाखों हैं 'फ़राज़',
डूबते वक्त हमने सूरज को भी तन्हा देखा।

- अहमद फ़राज़ #मंज़िले#हौसला