गरीबी ------ गरीब शब्द बहुत ही अच्छी तरह डिजाइन किया गया,,,,,जिसके उच्चारण मात्र से """"सुल्तान भी अपने आप को लाचार बेबस समझने लगता है" ,,,,,, वह महत्वाकांक्षी होने लगता है,, सुल्तान है तथापि बादशाह बनने की चाह रखता है और अपनी संपति व साम्राज्य का विस्तार करने की हौड में वह "अनैतिक व अमानवीय कदम उठा लेता है",,,,,कत्लेआम ,राज्यहरण ,करने लगता है यह स्थिति हर इंसान की है,,,,वह धन को "अमीरी "का पर्याय मानने लगता है तथा वह सबसे पहले पड्डौसी की तुलना करने लगता है की"""पड्डौसी कही आराम की नींद तो नहीं ले रहा" लेकिन"""""हम तो गरीब उस वक्त भी नही थे,जिस वक्त हमारी जेब खाली थी! अब तो सदाबहार है-----तो लगा दो अंदाजा हमारी अमीरी कैसी होगी!