आजादी का जश्न मैं नहीं मनाऊँगा अब वो तराना मैं नहीं गुनगुनाऊँगा थक गया मैं वफा के सबूत देते देते अब हुब्बुल वतनी पर मैं नहीं इतराउंगा आजादी के लिए शहीद हुए जानें दी वो क़ुरबानी को मैं कैसे भूल पाऊँगा देश द्रोही और आतंकवाद के इल्ज़ाम इतना तशद्दुद मैं कैसे भूल जाऊँगा मर कर भी इस मिट्टी मे समा गये अब उन लाशों को मैं कहा ढफनाऊँगा Totally disillusioned with the current situation... Bear it guys. तशद्दुद=नफरत #yqbaba #yqhindi #yqdidi #yqquotes #abid_hussain