छोड़ के इंटरनेट की दुनिया आज मैंने बात की एक किताब से पता चला पास उसके ग़ुस्सा है प्यार है सुनाने को किस्से हज़ार हैं लाजवाब से वो बोली देख दूर से कह देते हो बेकार मुझे ज़रा बाहर निकाल के तो देखो मुझे नकाब से वाक़िफ़ हु मैं ना जाने कितनों के दिल के राज से कितनो ने मिलवाया मुझे अपने सुनहरे खाब से तुम्हे आने में शायद थोड़ी देर हो गयी पर कोई बात नही बन जाती हूँ तुम्हारी दोस्त मैं आज से MERI NAYI DOST #nojoto #hindi #kitaab #KAVITA