साँप-सीढ़ी का खेल भी कितना अजीब है , किसी भी चाल में किसी को पल भर में ऊपर पहुँचा देता है, किसी को निचे गिरा देता है । जिंदगी भी मानों तो साँप -सीढ़ी की खेल कि तरह है कभी खुशी कभी गम होता रहता है ©Ghanshyam Ratre जिंदगी की