रक्त की एक बून्द नया जीवन दे जाती है। रक्त की एक बून्द इन्सान को भगवान बना देती है। माँ के आंचल की पकड़ को मजबूत बना देती है। जहाँ यमदूत का कोई हाथ नही वहाँ एक माँ मुस्कुरा देती है। रक्त की एक बून्द इन्सान को भगवान बना देती है। यह उस जवान की फिसरत को बयाँ करती है। जो रक्त से लथ-पथ होकर कर इस मात्रभूमि पर बहती है। रक्त की एक बून्द इन्सान को भगवान बना देती है। रक्त की एक बून्द उस जात - पात के भ्रम को हटा देती है। जहाँ दुखी इन्सान के सारे रोग मिटा देती है। रक्त की एक बून्द इन्सान को भगवान बना देती है। रक्त की एक बून्द सच्चे इन्सान की पहचान करा देती है। कोन इस प्रकृति का प्रेमी है यह सुराग बता देती है। रक्त की एक बून्द इन्सान को भगवान बना देती है। यह उजाले की चौखट पर खङे इन्सान को दयावान बना देती है। अंधेरे मे भटकते हुए को बलवान बना देती है। रक्त की एक बून्द इन्सान को भगवान बना देती है । लेखक- कान्ता कुमावत दिनांक- 10-10-2020 ©kanta kumawat blood donate day