अपनों से वफ़ा की उम्मीद कर बैठा ! वफ़ा उससे कीजिए की जो दुनिया तो दुनिया और aakhirat में भी काम आसके ,वह वफ़ा सिर्फ अपनी अम्मी के क़दमों से होकर जाती है जो उस वफ़ा से गुजर गया तो समाज लेना हर दौर में फ्तेह तुम्हारी ही होगी । my Ammi is the best mom in the world