आँचल अपने आँचल में छुपा कर मिरे आँसू ले जा याद रखने को मुलाक़ात के जुगनू ले जा मैं जिसे ढूँडने निकला था उसे पा न सका अब जिधर जी तिरा चाहे मुझे ख़ुश्बू ले जा आ ज़रा देर को और मुझ से मुलाक़ात के बा'द सोचने के लिए रौशन कोई पहलू ले जा #aanchal راناعمران