मित्र वही होता है अच्छा,तोड़े ना जो विश्वास। बुरे समय जो हरदम रहता,दूर नहीं केवल पास।। चोट अगर एक मित्र खाए,दूजे को मिलता दर्द। साथ ना जो कभी भी छोड़े,गर्म हवा हो या सर्द।। भला मित्र का हरदम सोचे, बुराई नहीं भी स्वप्न। सफल यदि जो मित्र ही होता,उसमें ही रहता मग्न।। श्रेष्ठ उदाहरण मित्रगणों का,युगों से सुदामा कृष्ण। लोभ मोह जिसको ना छूते,दिखे न जिसमें भी तृष्ण।। ©Bharat Bhushan pathak #happyfriendshipday मित्र वही होता है अच्छा,तोड़े ना जो विश्वास। बुरे समय जो हरदम रहता,दूर नहीं केवल पास।। चोट अगर एक मित्र खाए,दूजे को मिलता दर्द। साथ ना जो कभी भी छोड़े,गर्म हवा हो या सर्द।। भला मित्र का हरदम सोचे, बुराई नहीं भी स्वप्न।