बिखरे है हम इस क़दर, कि अब संभलने की हालत नहीं .. छूटा है एक हाथ ऐसा, कि अब हाथ बढ़ाने की चाहत नहीं ... कोई साजिश थी ज़िन्दगी और तुम्हारे बीच तुमने मुंह ऐसे फेरा की, ज़िन्दगी ने पलट के कभी देखा ही नहीं । #Sonusuman #TNTKBN #Poetry #Shayari #Hindi #comeback