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बिखरे है हम इस क़दर, कि अब संभलने की हालत नहीं ..

बिखरे है हम इस क़दर,
कि अब संभलने की हालत  नहीं ..

छूटा है एक हाथ ऐसा,
कि अब हाथ बढ़ाने की चाहत नहीं ...

कोई साजिश थी ज़िन्दगी और तुम्हारे बीच

तुमने मुंह ऐसे फेरा की,
ज़िन्दगी ने पलट के कभी देखा ही नहीं । #Sonusuman #TNTKBN #Poetry #Shayari #Hindi #comeback
बिखरे है हम इस क़दर,
कि अब संभलने की हालत  नहीं ..

छूटा है एक हाथ ऐसा,
कि अब हाथ बढ़ाने की चाहत नहीं ...

कोई साजिश थी ज़िन्दगी और तुम्हारे बीच

तुमने मुंह ऐसे फेरा की,
ज़िन्दगी ने पलट के कभी देखा ही नहीं । #Sonusuman #TNTKBN #Poetry #Shayari #Hindi #comeback
2ndnoteofsong0094

Sonu Suman

New Creator