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वो छोटी सी एक कोठरी उसपर नज़र पड़ते ही कुछ धुंदली

वो 
छोटी सी
एक कोठरी

उसपर नज़र पड़ते ही कुछ धुंदली सी यादें ताज़ा हो गई
अक्सर एक बूढ़ी अम्मा के खाँसने की आवाज आती रहती थी जिससे 
उसके पास जाने पर कुछ दवाइयों की गन्ध सी आने लगती थी
कई बार शाम के टाइम खेलते खेलते उसमे जा छिपते थे
हमें देखकर वो बूढ़ी अम्मा भी बड़ी खुश होती थी,कई बार किवाड़ के पीछे या अपनी खाट के नीचे छिप जाने का इशारा भी करती थी

उस कोठरी में एक खाट कुछ कपड़े  और अलमारी में कुछ दवाओं की बोतलें रखी रहती थीं
कई बार स्कूल से लौटते वक्त बारिश से भी बचाया था उस कोठरी ने,आज बर्षों बाद जब नज़र पड़ी तो उसपर मोटा सा एक ताला लटका था,बाद में पता लगा कि अब उस कोठरी को लेकर तीन भाइयों में झगड़ा रहता है 
एक भाई कहता है,"माँ को में रोटी देता था इसलिए कोठरी का हकदार में हूँ"
दूसरा भाई कहता है, "मैं माँ की दवाई लाता था इसलिए कोठरी तो मेरी है"
तीसरा भाई कहता है,"माँ के अन्तिम संस्कार के लिए पैसे मैंने दिए थे तो कोठरी का असली हक़दार मैं हूँ"
 

अब तीन भाइयों में झगड़े की जड़ बनी हुई है
 वो 
छोटी सी 
एक कोठरी

 वो 
छोटी सी
एक कोठरी

उसपर नज़र पड़ते ही कुछ धुंदली सी यादें ताज़ा हो गई
अक्सर एक बूढ़ी अम्मा के खाँसने की आवाज आती रहती थी जिससे 
उसके पास जाने पर कुछ दवाइयों की गन्ध सी आने लगती थी
कई बार शाम के टाइम खेलते खेलते उसमे जा छिपते थे
वो 
छोटी सी
एक कोठरी

उसपर नज़र पड़ते ही कुछ धुंदली सी यादें ताज़ा हो गई
अक्सर एक बूढ़ी अम्मा के खाँसने की आवाज आती रहती थी जिससे 
उसके पास जाने पर कुछ दवाइयों की गन्ध सी आने लगती थी
कई बार शाम के टाइम खेलते खेलते उसमे जा छिपते थे
हमें देखकर वो बूढ़ी अम्मा भी बड़ी खुश होती थी,कई बार किवाड़ के पीछे या अपनी खाट के नीचे छिप जाने का इशारा भी करती थी

उस कोठरी में एक खाट कुछ कपड़े  और अलमारी में कुछ दवाओं की बोतलें रखी रहती थीं
कई बार स्कूल से लौटते वक्त बारिश से भी बचाया था उस कोठरी ने,आज बर्षों बाद जब नज़र पड़ी तो उसपर मोटा सा एक ताला लटका था,बाद में पता लगा कि अब उस कोठरी को लेकर तीन भाइयों में झगड़ा रहता है 
एक भाई कहता है,"माँ को में रोटी देता था इसलिए कोठरी का हकदार में हूँ"
दूसरा भाई कहता है, "मैं माँ की दवाई लाता था इसलिए कोठरी तो मेरी है"
तीसरा भाई कहता है,"माँ के अन्तिम संस्कार के लिए पैसे मैंने दिए थे तो कोठरी का असली हक़दार मैं हूँ"
 

अब तीन भाइयों में झगड़े की जड़ बनी हुई है
 वो 
छोटी सी 
एक कोठरी

 वो 
छोटी सी
एक कोठरी

उसपर नज़र पड़ते ही कुछ धुंदली सी यादें ताज़ा हो गई
अक्सर एक बूढ़ी अम्मा के खाँसने की आवाज आती रहती थी जिससे 
उसके पास जाने पर कुछ दवाइयों की गन्ध सी आने लगती थी
कई बार शाम के टाइम खेलते खेलते उसमे जा छिपते थे
sachinken0685

Sachin Ken

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