बिना किसी बात पे गुस्सा करना, बात बात में गाली देना, हर किसी की मानहानि करना, झूठी बातों के लिए हर बार लड़ना, बिना किसी सबूत के निर्णय देना, अपने नेता की हार से डरना, और बिना सर पैर के मैसेज करना, इसे चुनावी बीमारी कहते हैं। दूर रहे उन सारे मुख्य ग्रुप से, जो चुनावी खबरें फैलाते हैं, बातों बातों में ही जो, आपका दिमाग बदल जाते हैं, मजे के लिए जहरीला खेल न खेलें। यही जिंदगी दोबारा नहीं मिलती, इसे कुछ अच्छे कामों में खर्चे, और सच के रास्ते पर आगे बढ़े। #चुनावीफोबिया बिना किसी बात पे गुस्सा करना, बात बात में गाली देना, हर किसी की मानहानि करना, झूठी बातों के लिए हर बार लड़ना, बिना किसी सबूत के निर्णय देना, अपने नेता की हार से डरना, और बिना सर पैर के मैसेज करना,