एक अरसा हुआ तुमसे ठीक से मुलाकात हुए मेरे बचपन में मेरा साथ बहुत दिया तुमने पर ना जाने पेन के आ जाने के बाद ये साथ खत्म सा ही हो गया पेन के आने की खुशी में शायद मैंने तुम्हे भुला दिया पर तुमने भी तो कभी खुद को याद नहीं दिलाया आज पेन तो साथ है पर प्रिय ✏️ तुम हमेशा मेरे बचपन की साथी थी और रहोगी आशा करता हूं हमेशा अपनी पहचान बनाए रखोगी अपनी अहमियत कम नहीं होने दोगी तुम्हारा बचपन का दोस्त। #yolewrimo में आज #पेंसिल के नाम एक पत्र लिखें। #letters #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi