मैं तेरी राहों में बैठी हूँ इंतेज़ार में नैन बिछाए.. सजा कर केश गजरे से, कानों में सुंदर मोती लटकाए.. लाल चूड़ियाँ, होठों पे लाली पैरों में पाज़ेब और माथे पे बिंदियाँ सजाए.. चमके है नैन, चेहरा खिल खिल कर मुस्कुराए.. मिलन की हर्ष और चाहत के सपनें सजाए.. कब आओगे तुम मेरे बंजारे.. तेरी ही चाहत से मेरे रूप निखर आये..! ©rishika khushi #बंजारे #NojotoEnglish #NojotoWriters #पाजेब