बहुत ही भावुक औऱ सीधा—सादा इंसान छल-कपट और झूठ-पाखण्ड से भरी इस दुनिया में अपने आपको एडजस्ट नहीं कर पाता। दूसरों की बातें उसे अंदर तक चोट पहुंचा देती हैं और वह सोचने लगता है कि नफरत भरी इस दुनिया से चले जाना ही बेहतर है। ©Yogeshwar Pratap ennnddd.. lyyyyff...