भरी-भरी सी गलियाँ है आजकल, रास्तों पर जगह नहीं मिलती यारों, दिलों के बड़े मकानों में रहने की फुर्सत नहीं मिलती यारों।। #rztask370 #restzone #rzलेखकसमूह #त्रिवेणीलेखन