जब तक सुकून न मिले जी भर के रुला लो मुझे अगर तुम खुश हो तो हम क्यों नाशाद होंगे, मगर जिस दिन लग गई आँसुयों की कीमत देखना मेरी तकिये के लिए भी दंगे फ़साद होंगे। नाशाद-दुखी #dilkikalamse #keemtitakiya