मुझे उस अंधेरी गली में कही पर छोड़ के आजाना... अपने बेवफाई का चादर मेरे ऊपर ओढ़ के आजाना...। अब बाकी कोई बात नहीं हैं.... में ओर मेरे तन्हहि के सिवा ओर कोई साथ नहीं हैं...। sai mahapatra . उस अंधेरी गली