#lovequotes#realisation#HerAttitude
उड़ने की घड़ी
हर लम्हा उनको ही माँगता हूँ, मैं अपने खुदा से;
और वो मुझसे मेरी मुहब्बत का हिसाब माँगती हैं।
अभी तक जिंदा हूँ जैसे-तैसे, मैं उनकी ही ख़ातिर,
और वो मुझसे, अपना दिया गया गुलाब माँगती हैं।
कैसे समझाऊँ उनको, कि दिवस बहुत बीत गए?
जो प्रेम में दिया था, क्यूँ होकर नाराज़ माँगती हैं?