माना शुरूआत मै थोडी तकरार थी, वो मुझसे उखड़ी रहती मै उससे, पर फिर भी बातो मे मिठास थी, मै उसके इंतजार मे बैठे रहता वो मेरे, पर देख उसे वही बात तकरार मे बदल जाती, न जाने कैसी मुलाकात है, दिल को देती सुकून है फिर भी होठो पर चुप्पी है, कहना चाहता बहुत कुछ पर, बात अधूरी रह जाती है। ©Pinki Khandelwal #pwardor #pwains #profoundwriters #kalamkar #klamkaarnature #long_live_pw