कोई बात नहीं कुछ नहीं होगा बचपन में माता पिता ये शब्द बार बार कहते हैं हमें भरोसा दिलाने के लिए की वो हम पर विश्वास करते हैं और हम भी उन पर विश्वास कर सके पर जैसे ही हम बड़े हो जाते हैं उनके मुंह से ये शब्द कहीं लुप्त हो जाता है और शुरु हो जाता है ये सवाल क्या कर रहे हो क्यो कर रहे हो बात बात पर हस्तक्षेप ये जताने के लिए काफी है कि उन्हे हम पर विश्वास नहीं है और ये कल्पना करते हुए मन झकझोर उठता है कि कहीं वो हम पर शक तो नहीं करते । # fear of life