आप हो गए नज़रों से ओझल, जैसे गूलर फूल ! आपसे तो बेवफाई हमने की नहीं, फिर हमसे क्या हुई भूल !! "हम तुम्हारे हैँ तुम्हारे सनम "पर, आपके दिल में क्यों, जमीं हुई है धूल! एक बार कह दो "तुम मेरे हो " हमारे दिल में भी खिल जाएँ फूल !! "एक ख्वाहिश चाह की ".........