जो मेरे दिल में छिपी है , बताती तो कैसे बताती जब तुम मेरे बात समझ ही नहीं पाते तो मैं क्या लिखती, मैं जब बोलना चाहती थी तुम हर बार कुछ बहाना बनाकर रोक लेते थे जैसे मेरे बात और मेरे चिट्ठी तुम्हे बिलकुल अच्छा नही लगती ए मेरी आखिरी चिट्ठी है जनाब अब शायद कभी नहीं जायेगी मेरी चिट्ठी तुम्हारे पास जब ए चिट्ठी तुम्हारे पास पहुँच जायेगी तुम पढ़ोगे और तुम्हे समझ भी आएगा तुम पछताओगे मुझे पागल के तरह ढूँढोगे तब हमेशा के लिए मैं इस दुनिया को छोड़ के जा चुकी होगी । कभी कभी चाह कर भी कुछ बातें लिखी नहीं जा पातीं। #वोबात #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi