दुनिया में सारे रिश्ते तो पहले से ही बनते है, बस एक दोस्त ही तो है जिन्हे हम अपनी मर्जी से चुनते है यही तो हैं, जो बिना पके हमारी सारी बकवास सुनते है बिना जर के फूल खिला के, बिन मतलब खयालों की एक अलग दुनियां बुनते है बस एक दस्त ही तो हैं, जिन्हे हम अपनी मर्जी से चुनते है यही ये जिनके साथ कभी चुप्पी नही होती यही तो है जिनसे कोई बात छुपी नहीं होती ये दोस्त ही तो है जो सही मायने में केयर करते है यही तो है जिनसे हर बात बिना डरे हम शेयर करते है दोस्त वो नहीं जो खुशियों में साथ दे दोस्त वो है जो मुस्किल में अपना हाथ दे ये दोस्त ही तो है जिनसे sad होने पर भी हम गालियां ही सुनते है एक दोस्त ही तो है जिन्हें हम अपनी मर्जी से चुनते है यही होते है वो जो गमों में भी खुशी के सुनहरे पल चुनते है सच में बड़े किस्मत वाले होते है वो लोग जिन्हे असल में सच्चे दोस्त मिलते है बस एक दोस्त ही तो है जिन्हे हम अपनी मर्जी से चुनते है ©MD Shahadat written by md shahadat #freindshipday #Freindship #poem #friendshipshayari #mdshahadat #Dosti #friends