वफ़ा के केसुओ में कही, गुमनाम हो जाऊ किसी सायर की ग़ज़ल जैसे,सरे आम हो जाउ।। सुना है बहुत नाम हुआ है,मेरा तेरी मोहब्बत में। अब तू छोड़ दे दामन,मैं बदनाम हो जाऊ।। सूफी love.. by H..singh r... lov of sufi