(((❤️बेदर्द बन गए ❤️))) एहसास नया नया ही था मंजिले भी हंसी लगने लगी थी कब तक छुपा कर रखती अपने आंसुओं को मैं एक दिन तो इसे बहना ही था कोई मिला था जो सबसे अलग था मुझे क्या पता था जख्म वो दे जाएगा बड़े हमदर्द बनते थे बड़े बेदर्द निकले वो,,,,,, गम पास आने लगे कैसे बताऊं क्यूं वो मुझसे दूरियां बढ़ाने लगे हैरान है बड़ा ये दिल मेरा सारे रिश्ते मुझसे क्यूं वो तोड़ने लगे बड़े हमदर्द बनते थे बड़े बेदर्द निकले वो,,,,,, क्या हर्ष करोगे मेरा तुम जब तुम्हें नीली स्याही और कोरे कागज दूंगी मालूम है मुझे तुम कल बेवफा कहोगे मंजूर है मुझे ये भी तेरा इल्ज़ाम मुझसे दूर जाने के बाद एक दिन ही सही मगर याद तो करोगे बड़े हमदर्द बनते थे बड़े बेदर्द निकले वो,,,,,, इश्क़ , मोहब्बत अब सब फरेब लगता है ये इश्क़ क्या अब हर इंसानों से डर लगता है,,,,,,❤️❤️ _________________________________________________ टूटने के बाद दिल आवाज़ नहीं करता पर सिर्फ़ आंखों को मालूम है कितना दर्द होता रोकना आसान नहीं है छलकते आंसुओं को