छोटा सा दिल छोटा सा दिल और उम्मीदें ढेरों कब तक ढोता बेचारा झुक गया, छोटा सा दिल, ख्वाहिशें बेसुमार, कैसे पूरी करता नादाँ हार गया। छोटे से दिल के कदम नन्हे नन्हे, जिंदगी दौड़ पड़ी और ये थक गया। ©Lata Sharma सखी #छोटा_सा_दिल #LoveForCreatures