तन्हाई विच बोल्दी ए ख़ामोशी अक्सर तन्हाई विच, पिघलदा ए दिल अक्सर तन्हाई विच, चाहिदा ए सहारा जज़्बाता नूं सम्भन ली, उठ जाउंदी ए कलम अक्सर तन्हाई विच। तन्हाई विच #ਤਨਹਾਈ #collab #yqbhaji #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Bhaji #pchawla16