दरवाज़ा एक - एक पल हैं तुम्हारा तुम्हारे सिवा कौन हैं हमारा? तुम्हारे लिए ही तो, नज़राना सम्भाल कर रखा है दिल का राज, दिल में ही दफना रखा है कोई पढ़ न ले, मेरी आंखों को, इसलिए तो पलकों को झुका कर रखा है। बंद आंखों में बस... आती है नजर, तस्वीर तुम्हारी। तुमसे ही सुबह,। तुमसे ही शाम हमारी मुझसे छीन न ले तुम्हे कोई तभी "सांवरिया" हो गई दुनिया से मैं न्यारी। रखे दरवाजे पर पहरा करती हूं इंतजार तुम्हारा तुम मानो या ना मानो एक - एक पल है तुम्हारा। ©Poetess Sonika #WForWriters #दरवाज़ा #poetess_sonika_tanwar_svra #poemkiduniya #nojotonews #nojotohindi #nojotoenglish