वक़्त निकला है जब सामने से मेरे । उजाले भी निकले,रह गये अंधेरे ।। सब निकल गये है बस एक मौत ही पीछे रह गयी । हा पता है मुझे बस रब साथ नही है मेरे ।। मेराज चरथावली मेराज