उम्मीद 2020 जब कभी तुम खो जाओगे ज़िन्दगी की गलियों में उन अंधेरी गलियो में उन उलझे उलझे रिश्तो में रोशनी होगी सवेरा होगा उलझनों को सुलझाना ना उनमे खुद ही उलझ जाना नए तरीकों से ही होगी ज़िन्दगी अब तो बसर ना उम्मीदे अब तो सारी होगी हम पर अब बेअसर रोशनी होगी सवेरा होगा चलते जाना ही है सफ़र ना रुकना तू भी हमसफ़र देख नई उचाइयां उड़ चले हम आकाश भी अपना करे नई परिधी नई चुनौतियों का मिल के हम सामना करे रोशनी होगी सवेरा होगा नई चुनौती को चुने मिलकर नए सपने बुने तब काटो भरी इन रहो फूल भी बरसने लगे रोशनी होगी सवेरा होगा जब कभी तुम खो जाओगे जिंदगी की गलियों में उन अंधेरी गलियो में उन उलझे उलझे रिश्तो में रोशनी होगी सवेरा होगा ©Dr. AJATSHATRU MANIK BHAGAT #boat उम्मीद 2020 जब कभी तुम खो जाओगे ज़िन्दगी की गलियों में उन अंधेरी गलियो में उन उलझे उलझे रिश्तो में रोशनी होगी सवेरा होगा उलझनों को सुलझाना ना उनमे खुद ही उलझ जाना