"आशिक की सांसें" आशिकों में गिनती हमारी भी हो जाती , अगर ये सांसें रोक ली जाती, मगर उनसे दूरी मरने भी नहीं देती , और उनसे कहने की हिम्मत आज भी नहीं, और भी फर्ज है इस दुनिया में मोहब्बत के सिवा , बस इसलिए तो ये सांसें रोकी भी नहीं जाती, मगर उनसे दूरी साही भी नहीं जाती, और उन से मोसकी निभाई भी नहीं जाती | - अजय वर्मा "आशिक की सांसें" आशिकों में गिनती हमारी भी हो जाती , अगर ये सांसें रोक ली जाती, मगर उनसे दूरी मरने भी नहीं देती , और उनसे कहने की हिम्मत आज भी नहीं, और भी फर्ज है इस दुनिया में मोहब्बत के सिवा ,