जब बेक़रार रूह बदन से निकल गई. ऐसा लगा कि तितली चमन से निकल गई. नाराज़ इक पड़ोसी जनाज़े में आ गया, सिलवट इक और मेरे कफ़न से निकल गई ©Noor A Sabbir #lifeafterdeath