वक़्त की दूकान में सब बिकता है झोले के बोझ तले बचपन बिक गया जिम्मेदारियां निभाने में जवानी बिक गयी परिवार की फिक्र में बुढापा बिक गया वक़्त की दूकान में सब बिकता है ख्वाहिशे पूरी करने में हकीकत बिक गयी सपनों के चक्कर में नींद बिक गयी कल की फिक्र में आज बिक गया वक़्त की दूकान में सब बिकता है... ✍🏾🙏 #lifeexperienc #A note to the self #Hkikat #writting