" प्यारा शौर्य" एक खूबसूरत सी समझ रखने वाला मासूम से प्रश्न पूछने वाला अपने आप से अपने रिश्तो की पहचान रखने वाला एक खूबसूरत से बचपन का बड़ा होता एहसास दिलाने वाला बाबू ;महल के राजा ;से भी ऊपर सब के गले का हार बनने वाला शौर्य से सुभाष तक के सफर को अपनी नन्हीं आंखों से देखने वाला सबसे अलग अपनी धुन में सबको रमने वाला शौर्य शौर्य