Nojoto: Largest Storytelling Platform

मन के भीतर अधिक मचा हुआ हो शोर,, परन्तु तू धैर्य न

मन के भीतर अधिक मचा हुआ हो शोर,,
परन्तु तू धैर्य ना छोड़, तू नाच मस्त मंगन ऐसे 
जैसे नाच रहा हो मोर!!

©पागल_ग्वार 
  #शोर_मेरे_अंदर 
#जमशीदडायरी 
#दर्द_ख़ामोशी