बिस्तर बड़ी शफ़क़त से, हम से अदावत करता है, जब आ रही होती है नींद मुझे, मेरे सपनों से बगावत करता है, मन-ए-इशरत मेरा शय्या, हरीफ़ बन, पूरी रात करवटें बदल, मुझे परेशान करता है। सभी दोस्तों को मेरा प्यार भरा "नमस्कार" 🎀 आप सभी से मेरा निवेदन है शीर्षक का आपकी रचना में होना अनिवार्य है , 🎀