"साख" सब तेरी गलतियों को, सही-हाल कर दिया पहले लिया जवाब, फिर सवाल कर दिया. ये सवाल सारे मेरा, शुकराना कर रहे हैं ऐसे मिले जवाब, बस निहाल कर दिया. वर्क अनछुए से तुझसे, थे ज़र्द हो चले तेरा नाम लेके चूमा, और लाल कर दिया. प्यासी वो रात अमावस, मानी नहीं तो मैंने चिलमन से की गुज़ारिश, जवाल* कर दिया. पहले अदब था आया, या तू शुरू से था इतना लुग़त* से पूछा, निढाल कर दिया. जो ग़ज़ल कही थी तूने, तारों में मैंने रख दी नुक़्ता था जो जुदा सा, वो हो चला खुदा सा, सब नुक़्ताचीनों का यों, बुरा हाल कर दिया. नुक़्ते-सवाल-गलतियां, अमावस की स्याह रात रह-रह के पढ़ रहे हैं, मेरी शान में कसीदे जो आशिकी हो सीखनी, सीखो 'निशब्द' से साख उनकी यों बचाई, के कमाल कर दिया. #NaveenMahajan (जवाल_दोपहर लुग़त_शब्दकोश) साख #MoonHiding