सालों से एक ख़्वाब है, जो कभी खुशी बनके झलकती है, तो कभी आंसू बनके छलकती है। इनमें चाहे रोशनी का या अंधेरे का पहरा हो, पर मंजिल की दिशा कभी ओझल नहीं होती। इन आँखों में... #आँखोंमें #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi