उसकी तस्वीरे देखकर सोचता हूं ,क्या करू इनका खयाल है के जला दू इनको, कोई मेरा हाथ क्यू रोकता है। जाना ये के मोहब्बत मैं ज़ख्मों के सिवा कुछ भी नहीं सुना है खुश है वो, फिर मुझे चैन क्यू नहीं आता है। जहन है ज़ख्मों का मारा, कोई आरज़ू दिल को नहीं गर ज़िंदा है कोई, तो मेरा गम क्यू नही बाटता है। #nojoto #lovequotes #urdushayari #hindipoetry #shayari नयनसी परमार