आंखो के उमडते हुऐ दरिया को तू आज छूट जाने दे| जमीन तो पहले से नम है, आज तू रेत को भी भीग जाने दे| भाग मत इनके जबावो से ये बेशर्म जमाना है|🙈🙉🙊 आज तू खुद के सवालो को इनसे भिड जाने दे| और सुन जिदंगी तेरे हर किस्से का जवाब है| बस तू कहानी तो बन जाने दे|🤦 #न्याय