कान्हा की भाँति वो भी मुझे समझा कर चला गया, “मैं केवल मार्गदर्शक बन सकता हूँ, तुम्हारा हमराही नहीं “ "तुम सोच लो उसे तो वो सब कुछ है, तुम ना सोचो उसे तो भी वो कण कण में है। तुम मानो उसे तो वो हमदर्द है, जो ना मानो तो भी वो साथ है। बेवजह से खिलती उस मुस्कान में है, ग़म में छलकते उन आँसुओं में भी है। जो परीक्षा लेता वो गुरु भी है, जो मुश्किल पथ पर साथ देता वो सारथी भी है। जो जपो उसका नाम तो केवल तुम्हारा ही है, जो भूल जाओ उसे फिर भी वो याद करता तुम्हें ही है।" ~drg 17/366 #राधाकृष्ण #प्रेम #त्याग #समर्पण #366days366quotes #yqdidi #yqbaba #drg_radhakrishna Photo credits: madhavi tuli instagram handle