असंतुष्ट हो हर बात पर यदि तो तुम्हें है भयंकर बीमारी, अत्यधिक अपेक्षाओं का बोझ होता जिंदगियों पर भारी। जीने का अधिकार छीन लेती है ,यह हर वक्त की कलह अगर निभाने में असमर्थ हो तो छोड़ दो बस जान बेचारी।। लगातार एक असंतुष्ट परिवेश किसी के भी मानसिक संतुलन को बिगाड़ सकता है। आवश्यक है कि असंतोष व्यक्त करते समय अपने या अपनों के ऊपर पड़ने वाले प्रभाव पर ध्यान देना। #wsdepressedminds bg #jayakikalamse #wrscribblezone #yqwritosphere #yqbaba #yqquotes #scribbles #YourQuoteAndMine