चोट का कारण मैं नहीं समजिकता की संकीर्णता और केवल एक दृष्टि कोण से सोचना है जिसमें वो अधीरता और विस्मयता है जो सोच को डसकर उसका विपरीतीकरण कर मन को भ्रम प्रदान कर देता है जिससे बाद में व्यक्ति उलाहना महसूस करते हुए विपरीत प्रगति करता है । अक्सर एक सवाल... #अक्सरएकसवाल #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi