// ज़िन्दगी एक उड़ती पतंग.. // ज़िन्दगी एक उड़ती 'पतंग' सी है , खुली हवाओं में आज़ाद तो है , मग़र डोरी कोई और संभाले है ! रंग बिरंगी सी है तो सही मग़र कोई और चलाये है ! कब कट जायेगी, कब गिर जायेगी ये ख़ुद कभी न जाने है ! बस इसी डर के सहारे जीती है, गिरती है, संभलती है, और फ़िर उड़ पड़ती है, बस एक डोरी के सहारे फ़िर निकल पड़ती है..!! #ज़िन्दगी #ज़िन्दगीएकउड़तापतंग #ज़िन्दगीकेमायने ज़िन्दगी एक उड़ती 'पतंग' सी है , खुली हवाओं में आज़ाद तो है , मग़र डोरी कोई और संभाले है ! रंग बिरंगी सी है तो सही मग़र