सामने तलातुम और हुस्न से लबरेज है कश्ती, यूं हाथों का तेरे सागर, दोस्तों से खेलना, खुश तुम हो,सुकून मेरे अंदर लम्स के जैसे, मैं घाट पर बैठ कर,एकटक तुझे देखा किया। -Sabeel Ahmad #तन्हा_परिंदा #Sundayalfaz #shayari #4line