जमाने की ससुरा यही रीति है, कमजोर हो तो जग ढीठ है, बनकर मजबूत,करते सब ठीक हैं, अच्छे लगे तो बढ़िया, नही तो दुश्मन भले ही, हम ठीक हैं, जमाने की ससुरा यही रीति है, कमजोर हो तो जग ढीठ है,✍️✍️🫡