ना माँ कम न बाप ज़्यादा, अंश है दोनों का आधा आधा, माँ प्रेम प्यार से परिपूर्ण करती, पिता सिखाता मान और मर्यादा। ख़ुद को भुला माँ हमारे लिए जीती है हम में ख़ुद को जीता है वो पिता होता है। ख़ुद को दोनों ही भूल जाते, दोनों ही अपना फ़र्ज़ निभाते, बाप दिनभर धूप में तपता है तब घर का चूल्हा जलता है । इसमें कौन कम कौन ज़्यादा, दोनों का दायित्व, आधा आधा। ना माँ कम न बाप ज़्यादा अंश है दोनों का आधा आधा! आप सभी को पेरेंट्स डे की हार्दिक शुभकामनाएँ। अपने माता-पिता को हम याद नहीं करते बल्कि उनको जीते हैं। हर लम्हा, साँस दर साँस। #मातापिता #पेरेंट्सडे #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #love #inspiration #lovequotes