White पूछ रहे है राम तुम्हारे, तुम कब आओगी मेरी परिणीता, तेरा ह्रदय है निर्मल जल सा, बाते निश्छल गीता, कृष्ण की राधा रांझे की हीर, तुम हो राम की सीता, पूछ रहे है राम तुम्हारे, तुम कब आओगी मेरी परिणीता, तुम ही तो हो राम की ताकत, उनके धनुष सामान, तुम बिन राम भी है राम नहीं, है बस एक लाश समान, जीत सका ना काल जिसे, तूने उसको भी है जीता, पूछ रहे है राम तुम्हारे, तुम कब आओगी मेरी परिणीता ©मेरे अल्फाज़ मेरा दर्द #Thinking